













- Brand: Pravasi Prem Publishing India
- Language: Book
- Weight: 0.42g
- Dimensions: 21.00cm x 16.00cm x 3.00cm
- Page Count: 298
- ISBN: 9788198487629
प्रस्तुत ग्रंथ भारत में शिक्षा के विविध आयामों पर समकालीन परिदृश्य में प्रकाश डालता है। देश के भविष्य के लिए सार्थक और रचनात्मक शिक्षा की अनिवार्यता किसी से छिपी नहीं है। आज के समय को ज्ञान युग कहकर रेखांकित किया जाता है। यह बात स्पष्ट हो चुकी है कि आधुनिक भारत में उच्च शिक्षा का वर्तमान रूप अंग्रेज़ी औपनिवेशिक काल की देन है जिसे योजना बद्ध रूप में युक्तिपूर्वक प्रस्तुत और स्थापित किया गया । यह शिक्षा को देश की ज्ञान-परम्परा से काटकर और उसे अप्रासंगिक बना कर लागू की गई। इस पुस्तक में देश के 24 विद्वानों द्वारा शिक्षा को समृद्ध करने की दृष्टि से लिखे गए शोध आलेखों को प्रस्तुत किया गया है ,जो शिक्षा के अद्यतन स्वरूप के अध्यापन के लिए अत्यंत प्रासंगिक है।
इस ग्रन्थ का सम्पादन शिक्षा जगत के स्थापित हस्ताक्षरों - प्रोफेसर अरविंद कुमार पाण्डेय और प्रोफेसर नीति भोला ने किया हैं . प्रोफेसर पाण्डेय ,महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ के शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त प्रोफेसर है। आप शिक्षाशास्त्र विभाग, महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ, के विभागाध्यक्ष तथा संकायाध्यक्ष के रूप में कार्य कर चुकें हैं। प्रोफेसर भोला, पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय महाविद्यालय,पलहीपट्टी में शिक्षाशास्त्र विषय की प्रोफेसर के रूप कार्यरत हैं। आपने बी.एड. एवं एम.एड. की उपाधि काशी हिंदू विश्वविद्यालय से तथा एम.ए.-अर्थशास्त्र (स्वर्ण पदक) की उपाधि महात्मा गाँधी काशी विद्यापीठ से प्राप्त की है।